निशातपुरा स्थित कोच फैक्ट्री से रविवार देर शाम 23 रैक का एक कोरोना आइसोलेशन वार्ड कोच भोपाल रेल मंडल को भेज दिया गया। इन 23 कोच के रैक में कुल 161 संक्रमित मरीजों के लिए आइसोलेशन की व्यवस्था है। यानी हर कोच में सात वार्ड (सात बेड) लगाए गए हैं। रेल मंडल द्वारा मांगे गए बचे हुए 24 कोच को तैयार करने का काम फिलहाल फैक्ट्री में चल रहा है। इस 23 कोच के रैक को 9 दिनों में 250 रेलकर्मियों ने बनाया है।
कोच फैक्ट्री के चीफ वर्कर्स मैनेजर मनीष अग्रवाल का कहना है कि 20 साल पुराने जो कोच का उपयोग वार्ड बनाने में किया गया है। कोरोना के संक्रमण के बाद पश्चिम-मध्य रेलवे जोन के अधिकारियों ने विभागीय मंत्री पीयूष गोयल की पहल पर पहले चरण में स्लीपर और जनरल श्रेणी के कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने का काम शुरू किया गया था। उसी के तहत पहला रैक 23 कोच का तैयार कर फैक्ट्री से निशातपुरा यार्ड पहुंचा दिया गया है।
रेलवे कोचिंग डिपो में बन रहे 10 मोबाइल कोच
इसी तरह भोपाल के कोचिंग डिपो में भी रेल मंडल द्वारा 10 मोबाइल आइसोलेशन वार्ड कोच बनाए जा रहे हैं। एक-दो दिन में इन मोबाइल वार्ड कोच का उपयोग भी रेल मंडल कर सकेगा। इन कोच वार्ड में भी एक से दूसरे स्थान तक ले जाने से लेकर डॉक्टरों व स्टाफ के लिए इंतजाम किए गए हैं।
नहीं किया जा सकेगा फिर से उपयोग
जिन कोच का उपयोग आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए किया गया है, वे 20 साल पुराने हैं। ज्यादा पुराने होने के कारण उन्हें जल्द ही स्क्रैप किया जा रहा था। इस वजह से उनका फिर से उपयोग किए जाने की संभावना अब नहीं हैं।
यह सुविधाएं हैं कोच से बने वार्ड में
- कोच को इस तरह तैयार किया गया है कि उसमें डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ को बैठने की सुविधा है।
- मरीज को रुकने की व्यवस्था के साथ ड्रिप लगाने की सुविधा इस कोच वार्ड में दी गई है।
- हर वार्ड में ऑक्सीजन सिलेंडर रखने की व्यवस्था की गई है।
- अन्य मेडिकल उपकरण रखने के लिए बर्थ को हटाकर व्यवस्था की गई है।
- कोच वार्ड की सभी विंडो में मच्छरदानी का प्रावधान किया गया है।
- हर वार्ड में तीन तरह के अपशिष्ट फेंकने के लिए डस्टबिन लगाए गए हैं।
- दो भारतीय शैली के टॉयलेट को बाथरूम में परिवर्तित कर हैंड शॉवर, नल, बाल्टी, बाथ स्टूल की व्यवस्था की गई है।
निजी अस्पताल 100 बेड के आइसोलेशन वार्ड तैयार रखें
एडीएम सतीश कुमार एस ने शहर के निजी अस्पतालों को निर्देश दिए है कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकरणों को देखते हुए अपने यहां 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड तैयार रखें। इसके पहले भी निजी अस्पतालों को कोरोना संक्रमण को देखते हुए तैयारी रखने के लिए कहा गया था। असल में, 24 दो दिन में कोविड-19 संक्रमण तेजी से बढ़ने के कारण ये तैयारी की जा रही है। मरीजों को आइसोलेशन इलाज की सुविधा सभी शासकीय एवं निजी अस्पतालों में करना आवश्यक है। इसलिए निजी अस्पताल कम से कम अपने यहां 100 क्वारैंटाइन या आइसोलेशन बेड आईसीयू की सुविधा के साथ कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए आरक्षित करके रखें।